mandu me ghumne ki jagah मांडू जिसे माधवगढ़ भी कहा जाता है यह मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित एक काफी ऐतिहासिक और प्राचीन शहर है यह अपनी शानदार वास्तुकला किलो और महलो के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है मांडू मालवा के पास बसा हुआ है और इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 2000 फिट है अगर आप घूमने के शौकीन है तो आपको मांडू घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए
क्योंकि यहां पर आपको बहुत कुछ देखने के लिए मिल जाएगा अगर आप प्रकृति प्रेमी है और इतिहास में खो जाना चाहते हैं और घूमना भी ज्यादा पसंद आने वाला है मांडू का इतिहास कई शासको से जुड़ा रहा है विशेष रूप से परमार वंश लेकिन 14वीं शताब्दी में इसे दिल्ली सल्तनत ने अपने कब्जे में कर दिया था
1. जहाज महल (Jahaz Mahal) – mandu me ghumne ki jagah
जहाज महल जो पानी के बीच जो बीच बना हुआ है और यह महल देखने में काफी ज्यादा खूबसूरत है और यहां पर पहुंच कर आप प्रकृति का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं यह महल तालाब के बीच बना हुआ है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह यह महल पानी में तैर रहा है इस महल का निर्माण सुल्तान गया उद्दीन ने करवाया था इस महल को लगभग 15वीं शताब्दी के आसपास बनाया था
यह महल राजा ने अपनी रानियां और दाशियो के लिए बनाया था इस महल की लंबाई और चौड़ाई लगभग 110 मीटर है और दो झीलों के बीच या बना हुआ है मानसून के समय पर यहां पर काफी अच्छा लगता है और फोटोग्राफी करने वालों के लिए यह किसी स्वर्ग से कम नहीं है अगर आप मांडू को घूमने के लिए जाते हैं तो आपको यह महल जरूर देखना चाहिए
2. रानी रूपमती का मंडप (Rani Roopmati Pavilion) – mandu me ghumne ki jagah
रानी रूपमती का महल मध्य प्रदेश के मांडू में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है जो प्रेम भक्ति और कला का संगम है यह मंडप बाज़ बहादुर ने अपनी प्रिया रानी रूपमती के लिए बनवाया था और यह उन दोनों की प्रेम कहानी से जुड़ा हुआ है बाज बहादुर मालवा का अंतिम सुल्तान था जिसे संगीत और कला में काफी ज्यादा प्रेम था
रानी रूपमती एक काफी खूबसूरत सिंगर थी जिनका दिल बाज़ बहादुर ने जीत लिया था उन्हीं की याद में इस महल को बनवाया गया था इस महल को बनवाने का मकसद रानी रूपमती वहां से माँ नर्मदा के दर्शन सुबह कर सकती थी अगर आप मांडू घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको यह मंडप देखने के लिए जरूर जाना चाहिए
3. होशंग शाह का मकबरा (Hoshang Shah’s Tomb) – mandu me ghumne ki jagah
अगर आप मांडू घूमने के लिए जाते हैं तो आप होसांग शाह का मकबरा भी देख सकते हैं यह ऐतिहासिक स्मारक है और यह पूरी तरह से पूर्ण संगमरमर से बना हुआ है यह भारत का पहला मकबरा था जिसे संगमरमर से बनाया था होशंग शाह मालवा सल्तनत के पहले सुल्तान थे जिन्होंने 1405 से 1435 तक शासन किया था उनकी मृत्यु के बाद उनके सम्मान में यह मकबरा बनवाया था इस मकबरे का निर्माण महमूद खिलजी ने पूरा करवाया था
4. बाज बहादुर का महल (Baz Bahadur’s Palace) – mandu me ghumne ki jagah
बाज बहादुर का महल मध्य प्रदेश के मांडू में स्थित ऐतिहासिक स्मारक है यह महल मांडू के अंतिम सुल्तान बाज बहादुर के नाम पर बना हुआ है जो अपनी संगीत और कला प्रेमी के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध थे इस महल की वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य इसे मांडू के प्रमुख दर्शन स्थलों में से एक बनती है
बाज बहादुर 16वीं शताब्दी तक मालवा के शासक थे और यह महल 1555 ईस्वी में बाज़ बहादुर ने बनवाया था यह महल बाज़ बहादुर ने उनकी प्रिया रानी रूपमती के प्रेम का गवाह है कहा जाता है कि यह महल संगीत और नृत्य के आयोजन के लिए बनवाया गया था अगर आप मांडू जाते हैं तो आपको यह महल जरूर देखना चाहिए और अगर आप इतिहास प्रेमी फोटोग्राफी के शौकीन है तब भी आपको यह महल घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए
5. रीवा कुंड (Rewa Kund) – mandu me ghumne ki jagah
अगर आप मांडू जाते हैं तो आपको रीवा कुंड देखने के लिए जरूर जाना चाहिए यह मध्य प्रदेश के मांडू में स्थित एक ऐतिहासिक कुंड है और इसे बाज बहादुर रानी रूपमती के प्रेम कहानी से जोड़कर भी देखा जाता है इस कुंड का निर्माण 16वीं शताब्दी में करवाया गया था यह कुंड रानी रूपमती के लिए बनाया गया था
ताकि उन्हें नर्मदा का पवित्र जल उपलब्ध हो सके रानी रूपमती नर्मदा मां की काफी बड़ी भक्त थी और उन्होंने बाज बहादुर से विवाह की सरत रखी थी कि वह दिन हर दिन माँ नर्मदा के दर्शन कर सके बाज बहादुर ने इसी इच्छा को पूरा करने के लिए रीवा कुंड का निर्माण कराया था जिसमें नर्मदा नदी का जल लाया गया था
मांडू घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Mandu)
अगर आप मांडु घूमने के लिए जा रहे हैं तो आप साल के किसी भी महीने में जा सकते हैं लेकिन अगर आप अक्टूबर से मार्च के बीच में मांडू घूमने के लिए जाते हैं तो यह मौसम काफी अच्छा माना जाता है इसके अलावा आप बारिश के मौसम में भी मांडू जाएंगे तो आपको खूबसूरत प्राकृतिक नजारे देखने को मिलेंगे
मांडू कैसे पहुँचे? (How to Reach Mandu)
अगर आप मांडू हवाई मार्ग से जाते हैं तो इंदौर से यह लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और आपको इंदौर के लिए ही फ्लाइट मिलेगी और अगर आप ट्रेन से जाते हैं तो यहां से रतलाम 124 किलोमीटर है सड़क के द्वारा आप इंदौर धार और उज्जैन से भी मांडू काफी आसानी से जा सकते हैं
निष्कर्ष mandu me ghumne ki jagah
दोस्तों हमने हमारे इस आर्टिकल में आपको बताया है कि आप मिंदू किस प्रकार जा सकते हैं और mandu me ghumne ki jagah अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल अच्छा लगता है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया है कि आप मांडू में कौन-कौन सी जगह घूमने के लिए जा सकते हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं और हमें कमेंट करके बता सकते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल कैसा लगा धन्यवाद
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